भारत की टेनिस सनसनी सानिया मिर्ज़ा पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाडी शोएब मलिक से शादी करने जा रही है. मिर्ज़ा इस देश की स्टार खिलाडी है जिन्होंने महिला टेनिस में कई उपलब्धिया हासिल कर हमारा सर गर्व से ऊंचा किया. एक खेल पत्रकार के घर मुंबई में जन्मी व हैदराबाद में पली बढ़ी सानिया को टेनिस में उनके योगदान के लिए 2004 में अर्जुन अवार्ड व 2006 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
अंग्रेजी में एक कहावत है कि "Marriages are made in heaven". हमें यह तो नहीं पता कि सानिया या शोएब कि जोड़ी इस कहावत में कहा तक फिट बैठती हे लेकिन इतना जरूर पता है कि हैदराबाद कि यह बाला भले ही टेनिस के मैदान में शानदार strokes लगाने में माहिर हो लेकिन शादी जैसा अहम् stroke लगाने में अभी नादान व अपरिपक्व है. पूर्व में पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाडी इमरान खान व मोहसिन खान ने भी विदेशी कन्याओ से शादी की रस्म निभाई थी लेकिन न जाने क्या हुआ कि ज्यादा दिन चल नहीं पाई. अरे भाई, हम यह नहीं सोच रहे है कि सानिया के साथ भी ऐसा ही होगा. इंशाल्लाह, उनकी जोड़ी सलामत रहे और किसी कलमुहे कि नज़र न लगे. वो टेनिस भी खेलती रहे भले ही भारत के लिए खेले या पाकिस्तान के लिए - खेल तो आखिर खेल है. चाहे हम ताली बजाए या पाकिस्तानी - क्या फर्क पड़ता है.
हम तो सिर्फ इतना ही सोच रहे थे कि ऐसा क्या हुआ कि 100 करोड़ से ज्यादा कि आबादी वाले इस देश में सानिया को अपनी पसंद का एक लड़का नहीं मिल सका. और जो मिला उसके साथ सगाई से आगे बात ही नहीं पहुच पाई. अरे ऐसा भी क्या इश्क कि जोड़ीदार को पाकिस्तान से बुलाना पड़े ? ये क्या बात हुई. हमें बता दिया होता तो हम दूल्हो कि लाइन लगा देते. नहीं तो कम से कम Television पर एक स्वयंवर ही रचा देते. हम तो यह बात भी नहीं समझ पा रहे है कि आखिर सानिया मिर्ज़ा, श्रीदेवी व हेमामालिनी जैसो को शादी शुदा लड़के ही क्यों पसंद आते है ? खैर, शादी का फैसला उनका निजी है और किसी के निजी जीवन में झाँकने कि हमारी आदत नहीं. हम तो सिर्फ इतना ही कहते है कि - खुदा खैर करे.